गोबर गैस संयंत्र (CNG) योजना

गोबर गैस प्लांट, जिसे बायोगैस प्लांट भी कहा जाता है, एक उर्जा स्रोत है जो गोबर (गाय के गोबर) और अन्य जीवाणु-संश्लेषित जैव सामग्रियों का उपयोग करके उत्पन्न होती है। यह एक अक्रिय, सस्ता और पर्यावरण-सहित उर्जा स्रोत प्रदान करने का एक प्रमुख तरीका है।

गोबर गैस प्लांट में गोबर को एक सील्ड कंटेनर में रखा जाता है, जिसमें बैक्टीरिया और अन्य सूचीबद्ध जीवाणु होते हैं। ये जीवाणु गोबर को विघटन करते हैं और मेथेन गैस को उत्पन्न करते हैं, जिसे बायोगैस कहा जाता है। इस बायोगैस को उपयोग करके विभिन्न उद्देश्यों के लिए ऊर्जा उत्पन्न की जा सकती है।

गोबर गैस प्लांट से प्राप्त बायोगैस का उपयोग विभिन्न स्थानों में किया जा सकता है, जैसे कि ग्रामीण क्षेत्रों में गाँवों में उद्यमिता, गृह उपयोग के लिए विद्युत उत्पन्न करने, गरम पानी तैयार करने, और गैस स्टोव पर पाककला का उपयोग करने के लिए।

गोबर गैस प्लांट एक सुस्त, स्वच्छ, और स्थानीय उर्जा स्रोत के रूप में विकसित किया जा सकता है, जो गोबर और जीवाणु-संश्लेषित जैव सामग्रियों का सही तरीके से प्रबंधन करके पर्यावरण को भी बचाता है।